थोड़ा और अगर रुक जाते , तो बात पूरी हो जाती। दिल मे जिसका अरमां था, वो रात पूरी हो जाती। यूँ तो मन भरता नहीं, कभी किसी का उल्फत मे , कुछ पल बांहों मे मचल जाते, तो प्यास पूरी हो जाती। फुरक़त मे तेरी रो-रो कर, हमने गुज़ारी कई रातें , बाँहों मे अगर तुम सो जाते, तो आस पूरी हो जाती । OPEN FOR COLLAB✨ #ATथोड़ाऔर • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.