#romanticstory कि बड़े इत्तेफ़ाक़ों से, मिल गईं हैं खुशियाँ मुझे।
जैसे सारे जवाबों की मिल गईं हों चाभियाँ मुझे।।
और सच बताऊं तो रगों में बह रहा है इश्क़ मेरे।
तू बने मंज़िल जो गर, मिल जाएंगी चिमनियाँ मुझे।।
तुझे पाने को मैंने राहु-केतु भी पूज डाले हैं सनम।
कि अब इन चक्करों में भाने लगीं हैं राशियाँ मुझे।। #ghazal#romance#shivanksrivastavashyamal#shivankshyamalquotes