एक तारे से खाली आसमान... भर सकता हूं, ख्वाब टूटे तो क्या... फिर से ख्वाब बुन सकता हूं, शब्दो से में... कविता रच सकता हूं, जिंदगी बिगड़ी है तो क्या... इसे भी में बुन सकता हूं।। ©sampankaj 64 #udaan एक तारे से...