उरधार सजन आरधन स्वजन, मझधार तमस चर चल राजन । कर स्वबस भजन परबस भंजन, मय मदन वास अमरत मन्थन ।। झन-झन गावन मन-मन पावन, आसमय समय सनघन सावन । अस शरण भवन कालन कमलन, बस उरन दप्त भगवन भावन ।। #alokstates #eternal #enlightenment #yqmonk #yqbaba #मात्राविहीन Srishti Singh सृष्टि जी.. इतनी पुरानी होगी हम सोचे नहीं थे.. खोजने में समय लग गया.. 🙏💕