मैं हाथ में फाइलें पकड़ें एकटक उस दरवाज़े की ओर देख रहा था, वो दरवाज़ा मानो बुला रहा था कि छोड़ दे इन गुलामी की परिचायक फाइलों को और हो जा आज़ाद एक पंछी की तरह... एक नया भविष्य तेरा इंतज़ार कर रहा है.. बढ़ने लगा ज्यों ही उस दरवाजे की ओर.. तभी घर से कॉल आ गई.. राशन खत्म हो गया है , आते हुए लेते आना ..मानो स्वप्न से बाहर आते हुए .. फाइलें लेकर बढ़ गया में उसी टेबल की ओर हमेशा की तरह .. #दरवाज़ा#फ़ाइलें