कर्तव्य मूढ़ पथ से विचलित ना होना तुम ! झंझावत के मृदंगों से विचलित ना होना तुम !! आयेंगे ढेरों विपत्ति , सहनशीलता लेना " आजाद " जैसी ! हंसते अपने प्राण गंवाना ; चलते रहना अपने प्रतिबिम्बो पर !! कुछ चिड़िया समझकर ; आयेंगे तेरे पास .. लड़ना " मंगल पांडे " जैसा तुम ! चलते रहने ... अपने प्रतिबिम्बो पर ! आगे बढ़ोगे आयेगी विपत्ति खड़े हिमालय जैसी '' लेकिन ध्येय को याद रखकर चलते रहना अपने प्रतिबिम्बो पर !! अराजकता को त्याग कर .. संजीवनी लेने चलना अपने प्रतिबिंबो पर !! चलते - चलते धक जाना ; याद कर लेना " हनुमान " को ! 16 जोजन पार किए .. दुष्ट रावण की लंका जला कर ! चलते रहने ... अपने प्रतिबिंबो पर ।।।। सुप्रभात। चलते रहो, चलना जीवन की नियति है। #चलतेरहो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi