Nojoto: Largest Storytelling Platform

24 आत्मा की डोर ब्रह्माण्ड की शुरुआत से अंतिम दौर

24 आत्मा की डोर

ब्रह्माण्ड की शुरुआत से
अंतिम दौर तक, 
प्रभु के दर्शन से
विलय होने तक, 
आत्मा की डोर प्रेम है,
 आत्मा की डोर प्रेम है.
हस्ती के उदय से
अस्त होने तक, 
चटकीली धूप से
चांदनी रात तक, 
वचनों के वाचन से
निर्वाहन होने तक, 
आत्मा की डोर प्रेम है, 
आत्मा की डोर प्रेम है...

©Ankit verma utkarsh❤ collection:-ठंडी धूप
24th poetry

#kissday  PUSHPA Mohammad ABID goluchaudhari Krishna Choudhury Amit
24 आत्मा की डोर

ब्रह्माण्ड की शुरुआत से
अंतिम दौर तक, 
प्रभु के दर्शन से
विलय होने तक, 
आत्मा की डोर प्रेम है,
 आत्मा की डोर प्रेम है.
हस्ती के उदय से
अस्त होने तक, 
चटकीली धूप से
चांदनी रात तक, 
वचनों के वाचन से
निर्वाहन होने तक, 
आत्मा की डोर प्रेम है, 
आत्मा की डोर प्रेम है...

©Ankit verma utkarsh❤ collection:-ठंडी धूप
24th poetry

#kissday  PUSHPA Mohammad ABID goluchaudhari Krishna Choudhury Amit