green-leaves हवाओं की जब बात हुई तो उसको खुशबू लिखा मैंने। आसमान की बात हुई तो उसको चांद कहा मैंने। फूलों की बात छिड़ी तो उसको चमेली लिखा मैंने। बगानों की बात छिड़ी तो उसको शरारती तितली बताया मैंने। ©aarush #2ndpost स्वरचित कविता hindi poetry love poetry for her