ना मुझे मोहब्बत,ना मैं,ना तुम चहिए.. मुझे बस हम चाहिए.. ना गाड़ी-बंगला,ना ज़ेवर, ना कोई ख़ुशी चाहिए.. मुझे तुम्हारा ग़म चाहिए.. ना क़समों का कोई क़िला, ना वादों का ताजमहल चाहिए.. बस दिल में तुम्हारे घर चाहिए.. ना रास्तों की परवाह, ना मंज़िलो की फ़िक्र कोई, सफ़र हो कोई भी तू ही हमसफ़र चाहिए.. ©Chanchal Chaturvedi #हम_चाहिए #Chanchal_mann #Shayari #nazm #poetry_addicts #2liner #hillroad