"दूरी में तुझसे कुछ हश्र ऐसा मेरा" दूर ज़िन्दगी से नहीं ज़िन्दगी में दूर चली गई हो,, शिक़वा नहीं मुझको तुझसे न शिकायत मुझसे कर चली गई हो,, न जाने फिर कब मिलोगी अज़ब सी दिल में करके खलबली गई हो,, बग़ैर तेरे दिन बेज़ार,रात अंधकार में गुज़रती है, जैसे मुझसे मेरी परछाई चली गई हो.... ©Toshi Dewangan #बिछड़न #nojoto