रिश्तों का मेला था अब यहां का हर ईंट अकेला है। आज ये मकान उजड़ गया है। लेकिन कभी ये भी आबाद था। इसमें भी ख़ुशियों की किलकारियां गूँजती थीं। #मकान #collab #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi