दिन गुजर रहा है रातें अभी भी नहीं है तुझसे मोहब्बत तेरी तस्वीर मैं वही है बहुत दिनों बाद शाख्स मिला था मुझको रुह को छूकर आज रुका भी नहीं है आंखों से छुआ था तुझको हाथों से छूना था पर तुझको तो मुझसे परहेज आज वही का वही है छोड़ दिया तुझको तेरी ही खातिर तू आज फिर से अजनबी वही का वही है @shaayar_adhi_ke_alfaaz