है जन्नत माँ के पैरों तले, और बाप जन्नत का दरवाज़ा। ये बात समझले ऐ बन्दे! यह वक़्त फ़िर न आएगा।। कर लाखों सज़दे, खा दर-दर की ठोकरें, या ज़ियारत कर किसी पीर ख़्वाजा। गर माँ-बाप न-राज़ी! न मिलेगा कोई ऐसा जो जन्नत दिला पाएगा।। न-राज़ी=नाराज़/दुखी #heaven #yqbaba #yqdidi #yqgudiya #yqtales #yqquotes #yqbhaijan #yqhindi