उठे तूफा़न दिल में और नसों में बिजलियां आ जाए लहू की धार यूं फूटे कि दुश्मन का मकां ढ़ह जाए करें हम याद ,अब की बार ,कुछ इस कदर उनको कब्र में सो रहे हैं जो, उनको हिचकियां आ जाए ©Kalam Rukti Nahin #Independeceday2022 #harghartiranga #tirangapyaraa #jhanda VINAY PANWAR