Nojoto: Largest Storytelling Platform

काम क्या तेरा भी वो हश्र हुआ जो हश्र मेरा हुआ ऐसी

काम
क्या तेरा भी वो हश्र हुआ
जो हश्र मेरा हुआ
ऐसी आपाधापी में
जो होता था वो सब गया
आज गुज़र जाएगा मेरा
तेरी रहम की रोटी से
क्या कल भी तू हीे आएगा
देने मेरी भूख को सांत्वना
मेरे बच्चों की सुध भी
क्या तू ले लेगा
पटाखे फोड़ने से पहले
क्या सोचा तूने मेरे काम का
बीमारी तो चलो नही पहचानती
इंसान की ज़रूरत काम की
तुम तो समझ सकते हो
अहमियत काम की
झूठी तस्सली और बातों से
तुम खुद को बहलाते हो
असली मुद्दे से साहब 
क्यों हमको भटकाते हो
दिल पे रक्खो हाथ अपने
और फिर यह बात करो
दो रोटी नही भीख में हमको 
काम का इंतेज़ाम करो। क्या तेरा भी वो हश्र हुआ
जो हश्र मेरा हुआ
ऐसी आपाधापी में
जो होता था वो सब गया
आज गुज़र जाएगा मेरा
तेरी रहम की रोटी से
क्या कल भी तू हीे आएगा
देने मेरी भूख को सांत्वना
काम
क्या तेरा भी वो हश्र हुआ
जो हश्र मेरा हुआ
ऐसी आपाधापी में
जो होता था वो सब गया
आज गुज़र जाएगा मेरा
तेरी रहम की रोटी से
क्या कल भी तू हीे आएगा
देने मेरी भूख को सांत्वना
मेरे बच्चों की सुध भी
क्या तू ले लेगा
पटाखे फोड़ने से पहले
क्या सोचा तूने मेरे काम का
बीमारी तो चलो नही पहचानती
इंसान की ज़रूरत काम की
तुम तो समझ सकते हो
अहमियत काम की
झूठी तस्सली और बातों से
तुम खुद को बहलाते हो
असली मुद्दे से साहब 
क्यों हमको भटकाते हो
दिल पे रक्खो हाथ अपने
और फिर यह बात करो
दो रोटी नही भीख में हमको 
काम का इंतेज़ाम करो। क्या तेरा भी वो हश्र हुआ
जो हश्र मेरा हुआ
ऐसी आपाधापी में
जो होता था वो सब गया
आज गुज़र जाएगा मेरा
तेरी रहम की रोटी से
क्या कल भी तू हीे आएगा
देने मेरी भूख को सांत्वना
anujjain6116

Anuj Jain

New Creator