सकून दोस्तों सकूनू तो जीवन को तराश कर ही मिलता है, तसल्ली के दरखतों पे ही सकून का फूल खिलता है। गरीब को दो जून की रोटी पाकर सकूं मिल जाता है, अमीर केवल हीरे मोतियों में सकूं ढूंढ़ता रह जाता है। JP lodhi 9th July 2020 #Dilkasakoon #Nojoto #Nojotohindi