बाजारों में घूमता हूँ नि:शब्द डिब्बों में बन्द हो रहा है पूरा देश पूरा जीवन बिक्री के लिए एक नई रंगीन किताब है जो मेरी कविता के विरोध में आई है... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #शिलालेख