सपनो में तो हर पल मेरे करीब रहते हो। हक़ीक़त में जरा खुद से रूबरू करवाओ। हाथ पकड़कर जरा सफर के फ़ासले तय करवाओ । मेरे बिखरते बालो को सवारो कभी तो कभी हवा के झोंको से मुझसे होके निकल जाओ। तुम जो बार- बार मेरे ख़्वाबों का हिस्सा बन जाते हो आँखो के खुलते ही एक अज़नबी सा किस्सा बन जाते हो। कभी जरा मुझे खुद से मिलवाओ, मेरे ख्वाबो को हक़ीक़त बनाओ। तुम जो भी हो जैसे भी हो मेरे रूह से जुड़े हो। सुनो अगर सच में तुम हो तो एक बस एक बार युही टकरा जाओ।। अजनबी बनके ही सही ©unmukt sanjana #younme #imeginationLove #unmuktsanjana