वो मिठास कॉफ़ी में कहाँ , जो तेरे लब पे है. वो नशा शराब में कहाँ , जो तेरी आँखों में है . ऐसा छावं पीपल में कहाँ , जो तेरी बालों में है ऐसी लाली सूर्योदय में कहाँ , जो तेरी गालो में है. ऐसा हुनर हवाओं में कहाँ , जो तेरी चालों में है . वो मजा गज़लों में कहाँ , जो तेरी बातों में है .. G Man