माँ की मोहब्बत लफ़्ज़ों में आ नहीं सकती! ये रूह उनकी सीखों को भुला नहीं सकती। जिसके आँचल में हमको जीना आया है। मेरी भूल आदर्शों को हिला नहीं सकती। किसी ने सच ही कहा है कि 'माँ' ख़ुदा है। और कोई ताक़त इंसां बना नहीं सकती। इन आँखों में तेरी ममता तैरती रहती है। इसलिए यूँ पलकें आँसू ला नहीं सकती। जिसके सर पे उसकी माँ का आशीर्वाद हो। कोई मुश्किल उसको यूँ सता नहीं सकती। क़द्र करो उसकी 'माँ' ही सृष्टि का वरदान है। 'पंछी' हर कोई उसकी जगह पा नहीं सकती। ♥️ Challenge-563 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ Happy Mother's Day ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।