बातों ही बातों में सावन की रातों में वो अरमान तो निश्चित तेरे मन में भी जगी होगी तू सोई होगी रूम में बेशक पर बूंदों की शोर सुन तेरी रूह भी तो चूमने निकली होगी शमा ,रात ,चांद ,सितारे ,जमीं ,आकाश सबने तारीफ़ तेरी तो की होगी पर मैं चुप रहा तो ये कमी होगी तेरी निगाहों में झाक लड़खड़ाया तो ये मयकशी होगी छुआ काया तेरी तो मेरी रूह फना होगी है इन बूंदों में तेरा ज़िक्र तो यकीं है मुझे मेरे बारे में भी बात जरूर हुई होगी मजनू , रंझा में नहीं मेरी आश्की ,मेरा आवारा दिल पागोल में गीनी होगी #मेरे_जज्बात008 #प्रेमी_मन #मेरी_आशिकी #तुम_और_मैं #बारिश_और_तुम #yqdidi #yqbaba #kunu