खुशबू ना बनिये हर कोई लगा कर चला जाएगा अक्सर महकता हर फूल गवारा नहीं होता किरदार ऐसा हो ज़िन्दगी का ताउम्र खुशबू महकती रहे ताउम्र दीदार हो इंसानियत का अक्सर बाजारों में तोल के भाव भी मिल जाता "इत्र"!! पर ना मिलती इंसानियत ना मिलता इंसान का भाव बाज़ार में !! शुभ प्रभात ©@Neha angle gud morning#love #Morning