कहीं यहाँ कत्ल, कहीं वहाँ कत्ल, क्या जरूरत है हमें किसी अज़ाब की, इंसान ही मिटाने मे लगा इंसान की नस्ल, कहीं ताकत का गुरूर, कुछ आदत से मशहूर, कहीं जमीन का नशा, कुछ दौलती फितूर, लाशों की कतारें, बमबारी का धुंआ, एक अमन ही तो बनाए रखना था इसे, वो भी इस समझदार नस्ल से ना हुआ ।। #human #war #israel #palestine #stopwar #nomorewar #peace #hindipoetry