अब तो झुर्रिया भी आने लगी हैं इस चहरे पे तुम इतना करोगी क्या इस कँप-कँपाते हुए होंठों से कुछ गुफ़्तगू करोगी क्या तुम भरके आगो़श में मुझे अपने रख लो चार दिन फ़िर मुझे बिदा करोगी क्या तुम इतना करोगी क्या! ©@Mishra #GoldenHour zindagi sad shayari shayari on life