"लौटते वक्त कुछ लाना है?" यह पूछना चाहता हूँ मगर फिर याद कर लेता हूँ कि तुम अभी मायके से लौटी नहीं। शाम को दरवाज़ा खटखटाता हूँ और खुद पर ही हंसता हूँ सोचकर बच्चे सो गए हैं रोज़ की तरह लेकिन अपने ननिहाल में। लोग मिस कैसे करते हैं एक दूसरे को मुझे कभी समझ नहीं आया मैं तो सिर्फ इंतज़ार करता हूँ अपनों के घर लौटने का। चाय ठंडी हो गई. #yqbaba #yqdidi #project365 #cinemagraph