धड़कनें सुनो...कुछ कहती है कदमों में कुछ सपने बाँधे हैं घुटनों में अदम्य हिम्मत कमर में रिश्तों की गाँठे हैं सीने में कुछ ख़ामोश अहसास काँधे पर जिम्मेदारियाँ चेहरा चट्टानों सा सपाट है चट्टानों के अन्दर एक नदी बहती है सुनो ना...धड़कनें कुछ कहती है. ©malay_28 #धड़कनें