चांद तुम्हारी दीद मुबारक , छोटे बड़ों को ईद मुबारक । खुशियां यूं ही बहती जाए , दूर-दूर तक यह संदेश ले जाए । ईद मुबारक इसलिए होता , कि कोई अपना कभी ना रोता । जो खुशियोंका ख्वाब संजोता , ईद की दीद से वह पूरा होता । चाँद रूपक है अपने प्रियजनों का, उन का जो हम से दूर बसते हैं मगर हमेशा दिल में रहते हैं। चाँद रूपक है रौशनी का, दोस्ती का। ईद रूपक है ख़ुशी का, ज़िंदगी का। आइये सब मिलकर मनाते हैं ईद । ईद मुबारक हो।