मेरी कलम से मेरी दुनिया मेरे दोस्त चलो फिर से एक शुरुवात करते है।आपको हमारे साथ करते है मेरे लिए में सबसे पहले है मेरे दोस्त उन्हें फिर से याद करते है वक्त बिताया जो साथ भूल नहीं पाते है।एकजमाना याद आताहै जब भी जिक्र आता है दोस्ती का वही मेरे दोस्त सामने आते है जाने कितने दोस्त बनाए , पर अब कुछ खास है साथ आते है उनके साथ खेले और बड़े हुए ।गिरे भी सही पर फिर खड़े हुए। दोस्ती से बढ़कर कुछ नहीं होता दोस्त ही हमेशा तैयार रहता हैं कभी मौका मिलेतो आजमा लेना।दोस्त ही हमेशा काम आता है परिवार रिश्ते न सब पीछे छूट जाते है दोस्त ही फ़र्ज़ निभाता है ऐसे दोस्तो के लिए कवि कोटिल्य को एक ही ख्याल आता है। "दुनिया में दोस्ती से बढ़कर कुछ नहीं वक्त पीछे छूट जाता है चलो फिर से एक शुरुवात करते है।आपको हमारे साथ करते है मेरे लिए में सबसे पहले है मेरे दोस्त उन्हें फिर से याद करते है" आपका अपना दोस्त कवि पवन कुमार शर्मा कौटिल्य ©Kavi Pawan Kumar Sharma kautliya #फ्रेंड्स #Bhaidooj