दिवार पे टंगी पुरानी कैलेंडर सी मैं तुम ठहरे हो कोई तारीख सा मुझमें मैं तुम्हें खुद बदल नहीं पाती और तुम बदल कर भी ना लगते बदला सा मुझमें #taarikh# tum