तुमसे जुड़े,और खुद में ख़त्म हो गए, एक नज़्म से मेरा सुरूर हो गए, मेरी कश्ती तुम पर आके रुकी, और तुम मेरी जिंदगी का दस्तूर हो गए, ◆•कवि•◆