जा रहे हो! इतनी जल्दी अभी तो अपने गम के आँसू बाटे नहीं अभी तो ठीक से गरजे अभी तो ठीक से बरसे नही। अच्छा जा रहे तो एक संदेशा ले जाना, ज़रा मेरे आँसू भी उसपर बरसाना। मेरी याद का तेख़ाना अपने अंदर समेट ले जाना और जब मिलो उससे तो सावन का गीत सुनना। तुम्हारी गरजती हुई रोशनी मे मेरी फ़रियाद दिखाना थोड़ी शिकायत थोड़ी माफ़ी भी मेरी ओर से उससे देना। आसमा के रथ पर हवा को सारथी बनाये जा रहे हो फिर जल्दी आना। उसे बताना उसे सुनना और वो दे संदेशा अगर तो मुझे जल्दी आ कर सुनना। गरजते बादल फिर आना॥ बादलों से कुछ बाते।