रोज नये अपराधों के मैदानों में खेला करते हैं हम। केवल जनता के हित हेतु ही मेला करते हैं हम। भले चौबीसों घण्टे ड्यूटी पर मुस्तैदी से खड़े रहें, पर फिर भी अपनों के तानों को झेला करते हैं हम। अमित दुबे #NojotoQuote पुलिस को भी समझिए