कुछ कड़वी, कुछ मीठी यादें तो बहुत सहेज कर रखी है अकेले मे जब सोचती हूँ उन बीते पलों को दिल के किसी कोने से आवाज़ है आती ... "अभी नहीं , आज नहीं " जब यादों को सोचने बैठी दिल ने कहा "आज नहीं" शायद डरता है दिल आज भी उन दिनों को याद कर यदि आगे ना बढ़ती तो पतन निश्चित था!! #poem #inspired #AbhiNahiAajNahi Inspired from Bhavesh Bhargavas poem