तेरी गुस्ताख़ नज़रों को देखकर मेरा दिल गुस्ताख़ियांँ करने लग जाता है, संभालतें हैं बहुत दिल को पर फिर भी जाने क्यों ये संंभल नहीं पाता है। तुझे अपना बना कर तेरे साथ अपनी पूरी जिंदगी बिताने का इरादा है, करना चाहता है तुझसे इजहार-ए-इश्क पर जाने क्यों कर नहीं पाता है। ♥️ Challenge-579 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।