हाँ तुम्हें अब तक नहीं भूला मैं ..., कातिल नजरों से लगे ठोकर को भला कौन भूलता है ! ✍Pyd हाँ तुम्हें अब तक नहीं भूला मैं ..., कातिल नजरों से लगे ठोकर को भला कौन भूलता है !