कहर था जब सितमगर यादों का हम पर, तब सूनी पड़ी एक खिड़की ने चुपके से पुकारा, मानो जैसे उसे भी खबर थी हमारे दिल के सूनेपन की। कहर था जब सितमगर यादों का हम पर, तब सूनी पड़ी एक खिड़की ने चुपके से पुकारा, मानो जैसे उसे भी खबर थी हमारे दिल के सूनेपन की। #खिड़की #दर्द #सूनी#ज़िन्दगी #कविता #ख़ामोशी #सितम #दिल #कहर #कहानी