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पहले बंद आंखों से भी तुम्हें देख लेता था, अब खुली

 पहले बंद आंखों से भी तुम्हें देख लेता था, अब खुली आंखों मे भी दिदार नहीं होता, हुर्फ- ऐ-महोब्बत दिल पे लिखा नहीं गाढ़ा है, क्यू मुझे तुम्हारी तरह करार नहीं होता।
 पहले बंद आंखों से भी तुम्हें देख लेता था, अब खुली आंखों मे भी दिदार नहीं होता, हुर्फ- ऐ-महोब्बत दिल पे लिखा नहीं गाढ़ा है, क्यू मुझे तुम्हारी तरह करार नहीं होता।

पहले बंद आंखों से भी तुम्हें देख लेता था, अब खुली आंखों मे भी दिदार नहीं होता, हुर्फ- ऐ-महोब्बत दिल पे लिखा नहीं गाढ़ा है, क्यू मुझे तुम्हारी तरह करार नहीं होता। #nojotophoto