वक्त भी बड़ा अर्जमन्द है, कभी अश्फ़ाक तो कभी अश्क़िया का खेल है... इत्तिहाम नहीं देंगे हम कभी इत्माम से जी लेंगे हम भी जुनून तो हम में भी है जनाब.. कहाँ ही जाएंगे हमसे दूर आप? है तो आप हमारे ही .. इत्तिहाम नहीं देंगे हम कभी इत्माम से जी लेंगे हम भी... A write up dedicated to time and life🌼 (kaha hi jaega hai toh apna hi naa!) Well first time tried a write-up in Urdu. I hope I have used and placed the words correctly and if not, yeah critical comments are welcomed! (Following are the meanings of the words: अश्फ़ाक = सहारा अश्क़िया = क्रूर अर्जमन्द = महान इत्तिहाम = दोष इत्माम = सम्पूर्णता)