#सात_जन्मों_के_साथी चाँद सा चेहरा तेरा देखा जब से ये बेचारा हो गया तब से पागल-आवारा पूर्ण कविता पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें। 👆👉👉👇 #सात_जन्मों_के_साथी चाँद सा चेहरा तेरा देखा जब से ये बेचारा हो गया तब से पागल-आवारा जब देखे मुख पर तेरा ही मुस्कुराहट करते रहता था दिवानो जैसी बात तेरे ही यादों में गुजरे दिन-रात