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आपको नही लगता कि जब भी हम कोई पोस्ट डालते हैं तो ह

#सोच
सोच पर किसी का काबू नहीं होता है। कितना भीं मना करे मन पर जुबान पर आ ही जाता है। जैसे जिनके सोसल मीडिया पर इतने फॉलोवर है, जो किसी का भीं लाइक, कमेंट और शेयर नहीं करते है, तो वो अपने मतलब (अपने) को क्या समझते हैं। और जैसे ही कोई ऐसी बात उनको अच्छी नहीं लगी तो तुरंत जवाब देते हैं। तो इससे क्या साबित होता है की तारीफ़ करोगे तो रिप्लाई नहीं आयेगा, और उनके अहम को झटका लगा तो रिप्लाई आयेगा। एक बात तो नोटिस की हैं कि दुनियां उसी के पीछे हैं जहां भीड़ हैं, पर एक शेर आ गया तो यां तो डर से खड़ी होगी यां कहीं नहीं दिखेगी। नाराज़ मत होना क्योंकि पहले ही कहा है सोच हैं किसी का बस नहीं मैं जुबां पर नही ला सकती।इसलिए पोस्ट पर लिख दिया। अब पहले से ही माफ़ी मांग लेती हूं क्योंकि बहुत से कहेंगे कि ऐसी सोच की वजह से ही तो गलत होता है। यह किसी भी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं है। क्योंकि दो व्यक्ति चुप रहते हैं। पहला जिसको पता है की सच है और दुसरा की दुसरा पहल करे। जैसे हमें कोई स्टेट्स पसंद आया और हमनें स्टेट्स पर लगा दिया। तो कुछ चिढ़ जाते हैं। कहते है हमें सुनाने के लिए लगाया है। और दूसरा की अरे! बताओ क्या हुआ कोई बात हुईं क्या? अब फिर वहीं की दोनों अपने बारे में जानते हैं। और हम भीं तो फिर हुईं ना सोच की बात। अब यहां भी देखिएगा कोई इस पोस्ट को पढ़ेगा, और हुम कह कर आगे बढ़ जायेगा, और कोई बिना पढे लाइक कर बढ़ जायेगा। फिर कोई सोचेगा फालतू की बात है। और कोई आयेगा उसको बुरा लग गया तो रिपोर्ट कर देगा और कोई पढ़ेगा नहीं। ऐसा कुछ मत करना, पोस्ट को पढ़ना, ये केवल पोस्ट हैं सोच की तो सोच कर इतना मत सोचना की चक्कर आ जाएं। अब ये बताने की कृपा करें कि इसमे कितनी बार सोच शब्द आया है? और कितनी बार दिमाग़ में आया है।#AakhriAlvida #nojoto

#सोच सोच पर किसी का काबू नहीं होता है। कितना भीं मना करे मन पर जुबान पर आ ही जाता है। जैसे जिनके सोसल मीडिया पर इतने फॉलोवर है, जो किसी का भीं लाइक, कमेंट और शेयर नहीं करते है, तो वो अपने मतलब (अपने) को क्या समझते हैं। और जैसे ही कोई ऐसी बात उनको अच्छी नहीं लगी तो तुरंत जवाब देते हैं। तो इससे क्या साबित होता है की तारीफ़ करोगे तो रिप्लाई नहीं आयेगा, और उनके अहम को झटका लगा तो रिप्लाई आयेगा। एक बात तो नोटिस की हैं कि दुनियां उसी के पीछे हैं जहां भीड़ हैं, पर एक शेर आ गया तो यां तो डर से खड़ी होगी यां कहीं नहीं दिखेगी। नाराज़ मत होना क्योंकि पहले ही कहा है सोच हैं किसी का बस नहीं मैं जुबां पर नही ला सकती।इसलिए पोस्ट पर लिख दिया। अब पहले से ही माफ़ी मांग लेती हूं क्योंकि बहुत से कहेंगे कि ऐसी सोच की वजह से ही तो गलत होता है। यह किसी भी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं है। क्योंकि दो व्यक्ति चुप रहते हैं। पहला जिसको पता है की सच है और दुसरा की दुसरा पहल करे। जैसे हमें कोई स्टेट्स पसंद आया और हमनें स्टेट्स पर लगा दिया। तो कुछ चिढ़ जाते हैं। कहते है हमें सुनाने के लिए लगाया है। और दूसरा की अरे! बताओ क्या हुआ कोई बात हुईं क्या? अब फिर वहीं की दोनों अपने बारे में जानते हैं। और हम भीं तो फिर हुईं ना सोच की बात। अब यहां भी देखिएगा कोई इस पोस्ट को पढ़ेगा, और हुम कह कर आगे बढ़ जायेगा, और कोई बिना पढे लाइक कर बढ़ जायेगा। फिर कोई सोचेगा फालतू की बात है। और कोई आयेगा उसको बुरा लग गया तो रिपोर्ट कर देगा और कोई पढ़ेगा नहीं। ऐसा कुछ मत करना, पोस्ट को पढ़ना, ये केवल पोस्ट हैं सोच की तो सोच कर इतना मत सोचना की चक्कर आ जाएं। अब ये बताने की कृपा करें कि इसमे कितनी बार सोच शब्द आया है? और कितनी बार दिमाग़ में आया है।#AakhriAlvida nojoto #विचार

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