उससे कैसा नाता मेरा, क्यों होती हैं तकलीफ मुझे, उसकी बातों से हैं मोहब्बत, उसकी बातों से तकलीफ मुझे, ये इश्क़ हैं या बस हैं हमदर्दी, कैसे करूं मैं खुदा महसूस इसे, क्यों होती है तकलीफ मुझे, उससे ना हो जब बात मेरी, ना देखूं जी दम उसको, बेचैन सी रहती हैं आंखें मेरी उसे कैसा नाता मेरा, क्यों होती हैं तकलीफ मुझे...!! ✍️मेरे अल्फ़ाज़✍️ ©Rukhsar Khanam #उससे कैसा नाता मेरा, क्यों होती हैं तकलीफ मुझे, उसकी बातों से हैं मोहब्बत, उसकी बातों से तकलीफ मुझे, ये इश्क़ हैं या बस हैं हमदर्दी, कैसे करूं मैं खुदा महसूस इसे, क्यों होती है तकलीफ मुझे, उससे ना हो जब बात मेरी,