जितना रोकोगे मुझे, मैं उतना आगे बढ़ता जाऊंगा..... जितनी लगेंगी ठोकरे, मै उतना सम्हलता जाऊंगा...... जितना तुम निचा दिखाओगे, मै उतना ही ऊंचा उठता जाऊंगा...... जितनी आयेंगी मुसीबते सफ़र मे, मंजिल उतनी ही आसान होती जाएगी...... जितना बढ़ाएंगे कदम, मंजिल उतनी ही पास होती जाएंगी....... हर हार से मुझे एक सिख मिलती जाएगी..... जितनी दफा हारूंगा मै, जीत उतनी ही पास होती जाएगी..... #aznabi_36✍ ©Writer Vikas aznabi #Bicycle जितना रोकोगे मुझे, मैं उतना आगे बढ़ता जाऊंगा..... जितनी लगेंगी ठोकरे, मै उतना सम्हलता जाऊंगा...... जितना तुम निचा दिखाओगे, मै उतना ही ऊंचा उठता जाऊंगा......