सुनो हम तुम्हें बहुत पसंद करते हैं, उतना ही पसंद जितना, तुम बारिश को करती हो, ठंडी हवाओं को करती हो, कभी साड़ी को करती हो, कभी हाथों कि चूड़ियों को, तो कभी माथे पर छोटी सी बिंदी। ख़ैर छोड़ो, अपनी पसंद किसी को बताई नहीं जाती है। क्यूंकी कहते हैं कि पसंद को नज़र लग जाती है। @shyamal_ke_shabd Follow @shyamal_ke_shabd @what_the_heart_speaks @globalagepoetry @sonalsngh @sandeep__maheshwari ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ @ayushmannk @wisewriteraward @write_her_writer @indiantaleways_hindi @indiantaleways @beyond_thoughtss_hindi @bymepoetryindia @bymewomb @bymepoetrylove @yahyabootwala @kumarvishwas @google @amandeep.khayal feel free to repost..😍 Do comment 🤞