हालात बदलने से , खयालात बदल जाते हैं । अपने ही लोगों के, सवालात बदल जाते हैं ।। कुछ हो ना हो, कद है काम की चीज । ऊँचाई बढ़ने से, ताल्लुकात बदल जाते हैं ।। कल के लुटेरे , गाङी, ए सी की मौज में । चुटकी बजाते ही, मामलात बदल जाते हैं ।। टोपी को पहनिए, और टोपी के साथ दो । बात बदल जाती है, हवालात बदल जाते है ।। पुष्पेन्द्र "पंकज" ©Pushpendra Pankaj बदलाव