जहांँ न पहुंँचे रवि वहांँ पहुंँचे कवि अपनी अनंत कल्पनाओं को कवि देता वजूद वाली छवि— % & ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_406 👉 जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि लोकोक्ति का अर्थ - कवि की कल्पना अनन्त होती है। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ लिखने के बाद यहाँ Done काॅमेंट करें।