दिनभर नंगे पाँव दौड़ता वो था "छोटू" हर मिनट जी-साब कहता वो था "छोटू" ना जाने किस मिट्टी का था "छोटू" मैं जब भी देखता तब काम में होता था "छोटू" जिस के लिए मन में सवाल था वो था "छोटू" क्या पढ़ाई करता था अपना "छोटू? किताबो के बदले चाय पिलाने जाता वो था छोटू " झूठे कप धोता वो था "छोटू" बस यू ही जिंदगी पसारता वो था "छोटू" #छोटू