नाना प्रकार के देव यहां, नाना प्रकार की देव भूमि भी। गर्व से कहता हूं, मैं कृष्ण की भूमि पर बस्ता हूं। जहां खुद ईश्वर ने, प्रेम का पाठ पढ़ाया था, वहीं हम इंसानों ने, जाति का नाम बनाया था।