छूट रहा है साथ हमारा ऐसे छूट रहा है देखा जो ख्वाब अब टूट रहा है। सही मैं भी हूं मेरे इश्क में तो बेवफ़ा नहीं ठहराया तुझे भी कलम ने । लेकिन चढ़ा था जो सितारा आसमां में आज बेबसी में अपनी टूट रहा फिर भी है खफा दिल लगता है पीछे कोई अपना छूट रहा है।। ©शायरी ए आवाज़ #UskeHaath (official) Mamta Verma