न रोटी है, न कपड़ा है, न रोजगार मिलता है, झूठे दिलासे देता हुआ हर सरकार मिलता है, ना बरसे जो पानी तो सूखा पड़ जाता है, और हो जाएँ बरसात तो फिर बाढ़ मिलता है ©Mr kamal baadh ki paristithiya #flood