तेरे मेरे दरमियाँ ये कैसी कश्मकश है, मैं तेरी हूँ तू किसी और की मोहब्बत है। तेरे मेरे दरमियाँ ये कैसी कशमकश है, आशिक है अधूरा पर इश्क़ मुकम्मल है। @author_pawanpreetkaur #writerscommunity #writingforlife #writersclub